Onion Market Rate : राज्य में प्याज उत्पादक किसानों को इस समय काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। क्योंकि देखा जा रहा है कि प्याज की कीमत लगातार ऊपर नीचे हो रही है। किसी प्याज को 1 रुपये किलो तो किसी को 15 से 30 रुपये प्रति किलो का भाव मिल रहा है। कुछ जगहों पर कीमत 35 रुपये प्रति किलो भी है। कीमतों में उतार-चढ़ाव के कारण प्याज किसानों को काफी नुकसान हो रहा है।
जिस मार्केट में प्याज की आवक बढ़ी है उस मार्केट में प्याज को कम कीमत मिल रही है। वहीं जिन मार्केट में प्याज की आवक कम हो गई है, वहां प्याज की कीमत में बढ़ोतरी देखी जा रही है।प्याज की कीमत उसकी गुणवत्ता पर भी निर्भर करती है। इस बीच सरकार देश में महंगाई रोकने की कोशिश कर रही है।इसके लिए सरकार आयात निर्यात नीती में लगातार बदलाव कर रही है। प्याज की बढ़ती महंगाई पर काबू पाने के लिए सरकार ने प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया है। इससे प्याज की कीमत गिर रही है। इस बीच, 31 मार्च के बाद प्याज पर निर्यात प्रतिबंध हटा दिया जाएगा। इसलिए 31 मार्च के बाद प्याज की कीमत में बढ़ोतरी की संभावना है।
इस बीच सरकार 31 मार्च 2024 के बाद प्याज पर से निर्यात प्रतिबंध हटा देगी। इसलिए 31 मार्च के बाद प्याज की कीमत में बढ़ोतरी संभव है।इसी पृष्ठभूमि में सरकार ने दरें न बढ़ें इसके लिए योजना बनाई है। 2023-24 में प्याज का उत्पादन घटने का अनुमान है। इसलिए सरकार प्याज का बफर स्टॉक बनाने जा रही है। हालांकि प्याज की कीमतें फिलहाल नियंत्रण में हैं, लेकिन केंद्र सरकार ने भविष्य के लिए अभी से योजना बनाना शुरू कर दिया है। सरकार प्याज की कीमतों में संभावित बढ़ोतरी पर काबू पाने की कोशिश कर रही है।