Soyabean/Cotton Rate : गिलोय आयुर्वेद में एक महत्वपूर्ण जड़ी बूटी है। गिलोय का उपयोग औषधि बनाने में किया जाता है । गिलोय के बहोत से फायदे है। गिलोय को इसकी उच्च पोषण सामग्री और इसमें पाए जाने वाले एल्कलॉइड के कारण अत्यधिक प्रभावी माना जाता है। पर इसकी जड़ और पत्तियों का भी उपयोग किया जा सकता है। चिकनगुनिया, डेंगू, स्वाइन फ्लू आदि बीमारियों के इलाज के लिये उपयोगी है। गिलोय ने लोगो को बहोत सें बडी बीमारियों से बचाया है । जसें कि डेंगू इस बीमारि मेय कोशिकाओ कि संख्या बहुत कम हो जाती है। अगर ऐसे मरीजो को गिलोय से बनी दवा दी जाय तो वो बहोत जल्द ठीक हो जाते है।
पर गिलोय का सेंवन कुछ लोग नही कर सकते जिन लोगों को लो ब्लड प्रेशर की शिकायत होती है। क्योंकी गिलोय ब्लड प्रेशर को कम करता है, जिससे मरीज की स्थिति बिगड़ सकती है। ओर अगर आप किसी भी तरह की सर्जरी कराने जा रहे हैं तो गिलोय का सेवन नहीं करें। सर्जरी से पहले गिलोय आप के शरीर के लिये नुकसानदायक है। गिलोय खाने से इम्यून सिस्टम बूस्ट होती है। पाचन में सुधार करता है। तनाव और थकान को कम करता है।त्वचा के स्वास्थ्य में सुधार करता है। दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा कम करता है।
गिलोय के पौधे हल्की रेतीली और दोमट मिट्टी मे तेजीसें बडे होते है। वैसे तो यह पौधा हर तरह की मिट्टी में उग सकता है पर जलभराव में इसका विकास जल्दी से नहीं होता है। गिलोय के लिए जल निकासी का प्रबंध होना बेहद जरूरी है।