Unseasonal Rain Alert : गर्मी या चालू हो गई है । एप्रिल के महिने मे सूरज आग उगलने लगा है तो हवा बवंडर बन गयी है। यह निम्न दबाव का क्षेत्र मध्य महाराष्ट्र, उत्तरी गुजरात, कर्नाटक से लेकर दक्षिण तमिलनाडु तक फैला हुआ है। इससे इस क्षेत्र में मानसून के अनुकूल माहौल बन गया है, जहाँ कभी बारिश होती है तो कभी गर्मी पडती है ।
ओलावृष्टि से कभी कभी खेती को भी काफी नुकसान होता है। ओलों से पौधों की पत्तियाँ कट जाती हैं, छिल जाती हैं या फट जाती हैं। पौधे पर गंभीर प्रभाव पड़ता है। ओलों सें फसल नष्ट भी होती है। जो पौधे अंकुरित हो रहे होते है ओलावृष्टि से फसल के अंकुरों को पुरी तरसे नष्ट कर सकती है। अचानक गर्मी के मौसम में ओलावृष्टि के कारण किसानों में हडबडी मच गई है।
विदर्भ और मराठवाड़ा में आंधी और ओलावृष्टि की चेतावनी दी गई है, वहीं मध्य महाराष्ट्र में भी मौसम विभाग की ओर से चेतावनी दी गई है। छत्तीसगढ़,विदर्भ, मराठवाड़ा, तमिलनाडु ,कर्नाटक तक एक निम्न दबाव की बेल्ट सक्रिय है। मौसम गर्म है और तूफानी बारिश हो रही है। ओलावृष्टि के कारण केवल नुकसान फसलें को नाही बल्कि कई किसानों के घर और खेत को भी भारी नुसान पहुंचा है। कुछ जगहों पर बिजली गिरने से जानवरों की भी मौत हो गई है. ओलों से ज़मीन सख्त हो जाती है। किसानों को ऐसी भूमि पर ग्रीष्मकालीन खेती करने में कठिनाई होती है।
आंधी, ओलावृष्टि की चेतावनी (ऑरेंज अलर्ट):
अकोला, अमरावती, नागपुर, गोंदिया।
– आंधी, ओलावृष्टि की चेतावनी (पीला अलर्ट):
हिंगोली, नांदेड़।
– आंधी तूफान की चेतावनी (पीला अलर्ट):
छत्रपति संभाजीनगर, जालना, धाराशिव, वाशिम,यवतमाल,बीड,बुलदाना, चंद्रपुर, गढ़चिरौली ,भंडारा।
41 डिग्री से अधिकतम तापमान वाले स्थान :
यवतमाल 42, अकोला 41.5, ब्रह्मपुरी 41.4, वर्धा 41.4, वाशिम 41.4, परभणी 41, गढ़चिरौली 41,अमरावती 41, चंद्रपुर 42.4, सोलापुर 42.4।