Agriculture Subsidy : देश में किसानों की आय बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार के साथ-साथ राज्य सरकार भी अपने स्तर पर नई-नई योजनाएं लागू कर रही है। राज्य में किसानों को राष्ट्रीय बागवानी मिशन योजना के तहत ड्रैगन फ्रूट और स्ट्रॉबेरी की खेती पर 40 %अनुदान दिया जा रहा है। स्ट्रॉबेरी और ड्रैगन फ्रूट की खेती के लिए एकीकृत बागवानी विकास योजना के तहत किसानों को 1 लाख 60 हजार रुपये की सब्सिडी दी जाएगी। राज्य में स्ट्रॉबेरी, ड्रैगन फ्रूट और पपीता की खेती करने वाले किसानों को मुख्यमंत्री बागवानी अभियान योजना के तहत 40 से 75 % तक अनुदान दिया जा रहा है।
स्ट्रॉबेरी और ड्रैगन फ्रूट की खेती के लिए 1 लाख 25 हजार रुपये की लागत पर 50 हजार रुपये तक की सब्सिडी मिलेगी। पपीते की खेती पर किसानों को 75 % सब्सिडी दी जाएगी। पपीते की फसल की इकाई लागत 60 हजार रूपये पर 45 हजार रूपये की सब्सिडी दी जायेगी।
ड्रैगन फ्रूट कई बीमारियों और त्वचा के लिए अच्छा होता है और राज्य के किसान इसका बड़ी मात्रा में उत्पादन कर रहे हैं। महाराष्ट्र में किसान लगभग पिछले 10 से 15 वर्षों से ड्रैगन फ्रूट की खेती कर रहे हैं। महाराष्ट्र सरकार ने ड्रैगन फ्रूट की खेती करने वाले किसानों की मदद करने का फैसला किया है। ड्रैगन फ्रूट किसानों को राहत देने के लिए महाराष्ट्र सरकार की ओर से एक फैसला लिया गया है। महाराष्ट्र में ड्रैगन फ्रूट की खेती के लिए 1 लाख 60 हजार हेक्टेयर की सब्सिडी देने का फैसला किया गया है। यदि किसान ड्रैगन फ्रूट की खेती के लिए सब्सिडी प्राप्त करना चाहते हैं तो उन्हें महाडीबीटी ऑनलाइन पोर्टल पर एक आवेदन जमा करना होगा।
इस सब्सिडी का लाभ उठाने के लिए आवेदक किसान के नाम पर 0.20 हेक्टेयर जमीन होनी चाहिए। इस योजना के लिए आवेदन ऑनलाइन करना है और इसके लिए पासपोर्ट फोटो, सातबारा अर्क, 8ए , आधार कार्ड से जुड़ा बैंक खाता, जाति प्रमाण पत्र और अन्य दस्तावेजों की आवश्यकता होती है। अगर आप बागवानी फसलों में ड्रैगन फ्रूट, स्ट्रॉबेरी और पपीता की खेती कर रहे हैं तो आप राष्ट्रीय फलोत्पादन अभियान योजना के तहत इस सब्सिडी का लाभ उठा सकते हैं।