मुंबई ;सुरत मांग के बावजूद पिछले 3 4 दिनों के दौरान तिरुपुर और मुंबई में कॉटन यानं की कीमतों में 2-4 फीसदी की बढ़ोतरी हुई और कपास के महंगे होने से याने बाजार में भावों में तेजी आई। कपड़े की मांग कम रहने के कारण भिवंडी और अन्य स्थानों पर कई बिजली करघों को अपने उत्पादन में कटौती करने के लिए मजबूर होना पड़ा। हालांकि, कपास की कीमतों में मजबूती के कारण कॉटन धान की कीमतों में तेजी की संभावना है।
चालू माह की दूसरी छमाही में डाउनस्ट्रीम उद्योगों की मांग में तेजी आने की संभावना है। कारोबारियों के मुताबिक वर्तमान में खराब मांग और उच्च लागत लागत के कारण कपड़े निर्माता आमने-सामने हैं।
मुंबई के बाजार में ताना और बाने की किस्मों के 60 काउंट कार्डेड कॉटन याने का कारोबार क्रमशः ₹50-100 से ₹ 1.920-2,000 और ₹1,700-1,750 प्रति
5 किलोग्राम पर हुआ। बाने की किस्म के 80 काउंट कार्ड वाले कॉटन यानं ₹50- 70 से ₹1900-1,950 प्रति 5 किलोग्राम के हिसाब से बेचे गए। वाने की किस्म के 46 काउंट कार्डेड कॉटन यानं ₹1,740- 1,770 प्रति 5 किलोग्राम पर बेचे गए, जो बाजार में ₹130-140 प्रति 5 किलोग्राम की दर से बढ़े।
ब्रोकरों के मुताबिक, मांग कमजोर रही, लेकिन कपास की ऊंची कीमतों की₹325-330 वजह से चाने की कीमतों में तेजी आई।
कपड़ की कमजोर मांग के कारण कई बिजली करधों को अपने उत्पादन में कटौती करने के लिए मजबूर होना पड़ा। भिवंडी में पावरलूम एक शिफ्ट मैचल रहे हैं। 14 जनवरी को मकर संक्रांति/पोंगल के बाद मांग बढ़ने की उम्मीद है। गारमेंट इकाइयां दिसंबर में विंटरवियर का उत्पादन बंद कर देती हैं और जनवरी के मध्य के बाद गर्मियों के कपड़ों को बनाना शुरू कर देती हैं।
इसी तरह, तिरुपुर बाजार में कपास की ऊंची कीमतों के कारण कॉटन चाने की कीमतों में 25 रुपए प्रति किलोग्राम की बढ़ोतरी हुई 30 काउंट कंवेड के कॉटन बाने का कारोबार तिरुपुर में₹350- 355, 34 काउंट कॉम्बेडर 357-362 और 40 काउंट कॉम्बेड ₹ 385-390 प्रति किलोग्राम पर हुआ 30 काउंट कार्ड का कॉटन बार्न ₹ 320-325, 34 काउंट कार्डेड और 40 काउंट कार्डेड र 350-355 प्रति किलोग्राम पर बेचा गया।