Ethanol From Maize : केंद्र सरकार ने इथेनॉल उत्पादन को लेकर बड़ा फैसला लिया है। इथेनॉल का उत्पादन बढ़ाने के लिए गन्ने की जगह मक्के का ज्यादा इस्तेमाल किया जाएगा। अब मक्के से बड़ी मात्रा में इथेनॉल का उत्पादन होने जा रहा है।
फिलहाल देश में गन्ने का इस्तेमाल मुख्य रूप से इथेनॉल बनाने के लिए किया जाता है। गन्ने से चीनी भी बनाई जाती है। हाल ही में चीनी की कीमत में बढ़ोतरी हुई है। इसका मुख्य कारण मार्केट की मांग की तुलना में चीनी की कम आपूर्ति थी। इसके बाद सरकार ने चीनी मिलों को निर्देश दिया है कि इथेनॉल बनाने के लिए गन्ने का इस्तेमाल न किया जाए, बल्कि मक्के का इस्तेमाल किया जाए। इस बीच, विपणन वर्ष 2023-2024 के दौरान देश में चीनी उत्पादन में गिरावट की संभावना है। ऐसे में सरकार महत्वपूर्ण कदम उठा रही है। चीनी उत्पादन के लिए गन्ने की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए सरकार मक्के को बढ़ावा दे रही है।
देश में चीनी की कीमत बढ़ गई है। क्योंकि गन्ने के उत्पादन में गिरावट का असर कीमतों पर पड़ रहा है। इसी बीच सरकार ने इस संबंध में बड़ा फैसला लिया है। केंद्र सरकार ने जून से गन्ने से इथेनॉल उत्पादन पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया था। इस फैसले को लेकर एक अधिसूचना भी जारी की गई। इस कदम से घरेलू बाजार में चीनी की बढ़ती कीमतों को नियंत्रित करने में मदद मिलने की उम्मीद थी। हालांकि इस फैसले का काफी विरोध हुआ था। इसके बाद सरकार ने गन्ने के रस और गुड़ से इथेनॉल उत्पादन की अनुमति दे दी है। इस निर्णय से चीनी कारखानों को इथेनॉल उत्पादन के लिए 17 लाख टन तक चीनी का उपयोग करने की अनुमति मिल गई।