HoneyBee Farming : सरकार किसानों के लिए विभिन्न योजनाएं लागू कर रही है। इनमें से अधिकांश योजनाओं का किसानों को लाभ हो रहा हैं। ऐसी योजनाओं के तहत किसानों को कृषि आधारित उद्योग शुरू करने के उद्देश्य से लोन भी वितरित किया जा रहा है।देश में किसानों का उत्पन्न बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार ने मधुमक्षिका पालन योजना शुरू की है। मधुमक्खी पालन के लिए केंद्र सरकार 80 % सब्सिडी दे रही है। वहीं राज्य सरकार भी किसानों को इस काम के लिए प्रोत्साहित करती है। किसानों को मधुमक्खी के छत्ते, शहद निकालने के उपकरण और प्रक्रिया के लिए 75% सब्सिडी दी जाती है।
मधुमक्खी पालन का व्यवसाय शुरू करने के बाद लाभार्थी कम समय में अधिक मुनाफा कमा सकता है। बाजार में शहद और मोम की मांग अधिक है। इस व्यवसाय के माध्यम से शहद, मोम के साथ-साथ रॉयल जेली उत्पाद, परागकण प्राप्त कर सकते हैं। मधुमक्खी पालन कम उपज वाले खेतों में भी किया जा सकता है। जहां बड़ी मात्रा में मोम का उत्पादन किया जा सकता है।
मधुमक्षिका पालन योजना के तहत सरकार मधुमक्खी पालन के लिए 2 से 5 लाख रुपये तक का लोन देती है। जिसमें से कुल लागत का 65 % सरकार द्वारा और 25 % खादी ग्रामोद्योग विभाग द्वारा लोन प्रदान किया जाता है। लाभार्थी को इस उद्योग के लिए केवल 10 % निवेश करना होगा। इस योजना के तहत लाभार्थियों को निःशुल्क प्रशिक्षण भी दिया जाता है। देश के किसानों को मधुमक्खी पालन योजना का लाभ मिल रहा है। मधुमक्खी पालन से बड़ी संख्या में किसान मुनाफा कमा रहे हैं।