India Banana Export : भारत में केले का बहुत महत्व है। देश में केले का उत्पादन बड़े पैमाने पर होता है। केले का बड़ी मात्रा में विदेशों में भी निर्यात किया जाता है। केंद्र सरकार ने अब सिर्फ केले बेचकर 8 हजार 300 करोड़ रुपये कमाने की योजना बनाई है।इसके लिए उद्योग और वाणिज्य मंत्रालय द्वारा एक सफल पायलट प्रोजेक्ट भी पूरा किया गया है। इससे सबसे ज्यादा फायदा केला उत्पादकों को होगा।
उच्च गुणवत्ता वाले केले समुद्री मार्ग से विभिन्न देशों में निर्यात किये जा रहे हैं। अगले 5 साल में भारत केले के निर्यात में जबरदस्त मुनाफा करने जा रहा है। सरकार की योजना अगले 5 साल में केले का निर्यात बढ़ाकर 1 अरब डॉलर (करीब 8300 करोड़ रुपये) करने की है। हाल ही में सरकार ने समुद्र के रास्ते नेदरलैंड्स को केले की खेप भी भेजी थी। इस दौरान केले की गुणवत्ता बनाये रखने के प्रयास किये गये और भारत सरकार इसमें सफल रही है।अधिकांश फल हवाई मार्ग से निर्यात किए जाते हैं। फलों के पकने की अवधि अलग-अलग होती है। निर्यात की दृष्टि से इनकी मात्रा बहुत कम है।
इन प्रोटोकॉल में यात्रा के समय को समझना, फलों के पकने की अवधि को वैज्ञानिक रूप से मापना, विशिष्ट समय पर फलों को चुनना और किसानों को शिक्षित करना शामिल है। ये प्रोटोकॉल अलग-अलग फलों और सब्जियों के लिए अलग-अलग होंगे। देश में कृषि उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा देने वाली संस्था APEDA इस संबंध में अन्य कार्य कर रही है। उन्होंने हाल ही में केले के लिए ये प्रोटोकॉल विकसित किए हैं।
नेदरलैंड में समुद्र के रास्ते केले भेजने के सफल प्रयोग के बाद अब भारत का लक्ष्य अगले पांच साल में एक अरब डॉलर से अधिक मूल्य के केले निर्यात करने का है। पायलट प्रोजेक्ट के तहत केले की रॉटरडैम किस्म 5 दिसंबर को नीदरलैंड पहुंची। यह खेप महाराष्ट्र के बारामती से भेजी गई थी। भारत आने वालेसाल मेंअमेरिका, रूस, जापान, जर्मनी, चीन, नीदरलैंड, ब्रिटेन और फ्रांस को अपना निर्यात बढ़ाएगा। वर्तमान में भारत से केले मुख्यतः मध्य एशियाई देशों को निर्यात किये जाते हैं। भारत दुनिया में केले का सबसे बड़ा उत्पादक है, जो वैश्विक उत्पादन का 26.45 %हिस्सा है, जबकि निर्यात में भारत की हिस्सेदारी केवल 1 %है।