पर्याप्त मानसून से अधिक खाद्यान्न उत्पादन 150.5 मिलियन टन तक पहुंचने में मदद कर सकता है, जो कि 2020-21 के मौजूदा खरीफ सीजन के दौरान एक रिकॉर्ड होगा।
कृषि मंत्रालय द्वारा मंगलवार को जारी फसलों के पहले उन्नत अनुमानों के अनुसार, पर्याप्त मानसून से अधिक खाद्यान्न उत्पादन 150.5 मिलियन टन तक पहुंचने में मदद कर सकता है, जो कि मौजूदा खरीफ सीजन (2020-21) के दौरान एक रिकॉर्ड होगा।
कृषि मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि यदि चालू खरीफ सीजन के दौरान खाद्यान्न उत्पादन 150.5 मिलियन टन को छूता है, तो मुख्य रूप से चावल के लिए 107 मिलियन टन के अपेक्षित उत्पादन से मदद मिलेगी, जो कि एक रिकॉर्ड होगा।
फसल वर्ष 2020-21 (जुलाई-जून) के खरीफ सीजन में चावल, दाल, मक्का, अरहर और मोटे अनाज से युक्त खाद्यान्न उत्पादन 107 मिलियन टन, 9.4 मिलियन टन, 21.2 मिलियन टन, 4.4 मिलियन होने का अनुमान है। टन और 34 मिलियन टन क्रमशः।
साथ ही, जहां चावल का उत्पादन रिकॉर्ड एक होने की उम्मीद है, वहीं अन्य खाद्यान्नों का उत्पादन थोड़ा कम रहने की उम्मीद है।