Onion News : सरकार ने प्याज निर्यात प्रतिबंध को 31 मार्च के बाद भी जारी रखने का फैसला किया है। इसके चलते प्याज की कीमतें गिर गई हैं। लेकिन इस समय प्याज किसान संकट में हैं। सरकार अब किसानों से 5 लाख मीट्रिक टन प्याज खरीदने जा रही है। इससे प्याज की कीमत में फिर से गिरावट आने का अनुमान है। केंद्र सरकार कृषि फसल को लेकर लगातार तरह-तरह की नीतियां अपना रही है। सरकार लगातार महंगाई पर काबू पाने की कोशिश कर रही है।
प्याज की बढ़ती कीमत को काबू में रखने के लिए सरकार ने प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था। सरकार ने ये फैसला 8 दिसंबर 2023 को लिया था। सरकार का कहना था कि 31 मार्च तक प्याज के निर्यात पर रोक रहेगी। हालांकि, सरकार ने एक और सर्कुलर जारी कर कहा है कि यह रोक 31 मार्च के बाद भी जारी रहेगी। इसके चलते किसान और विभिन्न किसान संगठन आक्रामक हो गए हैं।
केंद्र सरकार प्याज की खरीद शुरू करने जा रही है। किसानों से 5 लाख मीट्रिक टन रबी प्याज खरीदा जाएगा। फिलहाल निर्यात प्रतिबंध के कारण प्याज की कीमतों में गिरावट आई है। ऐसे में सरकार इस प्याज को कम कीमत पर खरीदने का मौका तलाश रही है। इसका असर प्याज किसानों पर पड़ने की आशंका है। फिलहाल मार्केट में प्याज 800 से 1200 रुपये प्रति क्विंटल का भाव मिल रहा है। कुछ जगहों पर तो रेट इससे भी कम है। प्याज निर्यात प्रतिबंध से पहले किसानों की प्याज की कीमतें 4000 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच गई थीं। हालांकि निर्यात प्रतिबंध लागू होने के बाद से प्याज की कीमतों में गिरावट आ रही है। इससे किसानों को भारी नुकसान हो रहा है।