Tur Dal : करीब एक साल बाद अरहर की कीमतों में गिरावट शुरू हो गई है। खुदरा बाजार में अरहर दाल 180 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गयी, जबकि मूंग दाल और अन्य दालें भी 100 रुपये से अधिक हो गयीं, आम लोगों के खाने से अरहर दाल गायब हो गयी। हालांकि, पिछले कुछ दिनों से अरहर दाली की कीमतों में गिरावट आई है। खुदरा बाजार में अरहर दाल की कीमत 20 रुपये कम होने से आम लोगों को राहत मिल रही है।
पिछले साल अरहर दाल की कीमत में 35 से 40 % की बढ़ोतरी दर्ज की गई थी। थोक बाजार में अरहर दाल की कीमत 165 से 170 रुपये प्रति किलो और खुदरा बाजार में 180 रुपये प्रति किलो हो गई। अब मार्केट में नया सामान आना शुरू हो गया है। दिसंबर की शुरुआत तक अरहर दाल के भाव तेजी पर थे। हालांकि, नए उत्पादों के आने से खुदरा बाजार में अरहर दाल 20 रुपये प्रति किलो सस्ती हो गई है। मार्केट में अरहर दाल के साथ मूंग दाल की कीमत 10 रुपये कम हो गयी है। इससे आम लोगों को राहत मिल रही है। दूसरी ओर किसानों पर इस कीमत गिरावट की मार पड़ रही है। इसलिए किसान चिंतित हैं।
अरहर दाल की कीमत में गिरावट से आम जनता को थोड़ी राहत मिल रही है। पिछले साल फंगल रोगों और अत्यधिक बारिश के कारण अरहर की फसल को काफी नुकसान हुआ था। इससे आय में बड़ी कमी आ गयी। इसका असर बाजार समिति में देखने को मिला। बाजार समिति में अरहर की आवक कम होने से अरहर की कीमतों पर असर पड़ा है। इसके चलते 7 हजार रुपये प्रति क्विंटल की कीमत धीरे-धीरे 14000 प्रति क्विंटल तक पहुंच गई थी। इसके चलते सभी को बढ़ी कीमत पर अरहर दाल खरीदनी पड़ी। इस बढ़ती महंगाई के कारण लोगों में हाहाकार मच गया।
इस समय खरीफ में लगाई गई नई अरहर बाजार में आ रही है। इसी तरह अरहर दाल के दाम भी गिर रहे हैं। ऐसे में केंद्र सरकार ने विदेशों से तुअर का आयात किया है। इसका असर दरों पर दिख रहा है। हालांकि तुरी के दाम गिरने से किसान चिंतित हैं।